BAMS करने का उद्देश्य और जाने फायदे

BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) आयुर्वेदिक चिकित्सा और शल्य चिकित्सा प्रणाली में पहली डिग्री है, जो हजारों सालों से मानवता का इलाज कर रही है। इस कोर्स की अवधि लगभग 4.5 साल है और साथ ही इसमें लाइव प्रैक्टिकल एक्सपोजर के साथ 1 साल की इंटर्नशिप भी है।

बीएएमएस करने का उद्देश्य

बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस) पाठ्यक्रम का लक्ष्य अभ्यर्थी को आयुर्वेद के कई तत्वों में पूर्ण और व्यापक शिक्षा प्रदान करना है। छात्रों को शरीर, उसके कार्यों, रखरखाव और स्वास्थ्य को समझने के लिए बुनियादी आयुर्वेदिक सिद्धांतों और तकनीकों से परिचित कराना।

इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को आयुर्वेदिक उपचारों, दवाइयों, और सिद्धांतों के बारे में बताना। यह कोर्स छात्रों को लोगो का आयुर्वेदिक तौर पर इलाज करना सिखाता है।

BAMS  की संरचना

1)मानव शरीर:

इसमें छात्रों को मानव शरीर के अंगों के बारे में बताया जाता है।

2)आयुर्वेदिक औषधि:

इसमें छात्रों को आयुर्वेदिक औषधियों के बारे में गहरा अध्ययन कराया जाता है।

3)शल्य चिकित्सा:

इसमें छात्रों को आयुर्वेदिक तौर पर शल्य चिकित्सा के बारे में बताया जाता है।

4)उपचार:

इसमें छात्रों को रोगों के उपचारों के बारे में बताया जाता है।

5)इतिहास:

इसमें छात्रों को आयुर्वेदिक के सिद्धांतों और इसकी उत्पत्ति के बारे में बताया जाता है।

बीएएमएस करने के फायदे

1)आयुर्वेद की बढ़ती मांग:

दुनिया में बहुत सारे उपचार मौजूद है, परंतु आजकल लोगों को आयुर्वेदिक उपचार पर बहुत ज्यादा भरोसा होने लगा है। लोग आयुर्वेदिक उपचार कर के अपना रोग  ठीक कर रहे हैं।

2)स्वास्थ्य विभाग में करियर:

यह कोर्स को करने के बाद छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में अपना करियर बनाने का अवसर मिलता है जैसे कि सरकारी अस्पताल, प्राइवेट हॉस्पिटल या खुद की क्लीनिक में भी कार्य के सकते हैं।

3)आध्यात्मिक दृष्टिकोण:  

आयुर्वेदिक शारीरिक उपचार के साथ साथ मानसिक उपचार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस कोर्स को करने के बाद आप रोगियों का आयुर्वेदिक तौर पर इलाज कर सकते हैं।

BAMS करने के बाद करियर अवसर

1)शल्य चिकित्सक:

इस कोर्स को करने के बाद छात्र शल्य चिकित्सक (सर्जन) के रूप में कार्य कर सकते हैं। BAMS में सर्जन का भी ट्रेनिंग दी जाती है जिससे छात्र एक आयुर्वेदिक सर्जन के रूप में भी कार्य कर सकें।

2)फार्मासिस्ट:

यह कोर्स करने के बाद आप आयुर्वेदिक दवाइयों के निर्माण और वितरण में भी काम कर सकते हैं।

3)रिसर्चर:

इस कोर्स वाले आयुर्वेदिक के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के शोध भी कर सकते हैं।

4)शिक्षक:

यह कोर्स को करने के बाद छात्र किसी आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज या विश्वविद्यालय में शिक्षक के रूप में भी काम कर सकता है।

5)आयुर्वेदिक चिकित्सक:

यह कोर्स करने के बाद छात्र एक आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में भी कार्य कर सकते हैं।

BAMS की चुनौतियां

1)आर्थिक:

यह कोर्स को करने के लिए छात्रों को कुछ आर्थिक चुनौतियां का सामना करना पड़ सकता है, खासतौर पर जब इसे पारंपरिक तौर पर किया जाए।

2) पाठ्यक्रम:

BAMS को करने के लिए छात्रों को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, क्योंकि इसमें कठिन विषय पढ़ने पड़ते हैं। छात्रों को हर विषय के बारे में गहरी जानकारी होनी चाहिए तभी वह एक अच्छा आयुर्वेदिक चिकित्सक बन सकता है।

बीएएमएस का महत्व

BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) की डिग्री एक उम्मीदवार को डॉक्टर माना जाता है और निजी प्रैक्टिस में काम करने के लिए योग्य बनाती है। सरकारी क्षेत्र में नौकरी के अतिरिक्त अवसर हैं। आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट के रूप में, कोई भी सरकारी आयुर्वेद अस्पताल में काम कर सकता है।

निष्कर्ष

इस पाठ्यक्रम को पूरा करने के बाद कोई भी व्यक्ति डॉक्टर के रूप में निजी प्रैक्टिस कर सकता है, अपना स्वयं का क्लिनिक स्थापित कर सकता है या आयुर्वेद में एमडी (आयुर्वेद) जैसी स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त कर सकता है और इस क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल कर सकता है।

FAQ

Q. क्या भविष्य में BAMS का स्कोप है?

A. BAMS में सर्जन का भी ट्रेनिंग दी जाती है जिससे छात्र एक आयुर्वेदिक सर्जन के रूप में भी कार्य कर सकें।

Q. भारत में BAMS का भविष्य क्या है?

A. भारत में आयुर्वेद का भविष्य बहुत बड़ा है और इस स्ट्रीम का दायरा काफी बढ़ा भी है जो वैश्विक स्वास्थ्य सेवा में सुधार करने का कार्य करता है। इस कोर्स को करने के बाद छात्रों के पास करियर के विकल्प काफी ज्यादा हैं जैसे कि मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन, मेडिकल टूरिज्म, मेडिकल इवेंट मैनेजमेंट, मेडिकल जर्नलिज्म आदि।

Q. क्या BAMS एक अच्छा करियर विकल्प है?

A. हां, बीएएमएस एक अच्छा करियर विकल्प है क्योंकि इससे चिकित्सा, वैकल्पिक चिकित्सा और इससे सम्बन्धित क्षेत्रों में कई प्रकार की नौकरियां मिल सकती हैं।

Q. क्या बीएएमएस डॉक्टर मांग में हैं?

A. जी हां, भारत में बीएएमएस करने वाले आयुर्वेदिक डॉक्टर के रूप में अस्पतालों, क्लीनिकों और स्पा में कार्य कर सकते हैं या फिर वह अपना मेडिकल भी खोल अभ्यास करने के लिए शुरू कर सकते हैं।

Q. क्या बीएएमएस डॉक्टर इंजेक्शन दे सकता है?

A. अगर नियमानुसार देखा जाए तो BAMS डॉक्टर इंजेक्शन नहीं लगा सकता है, लेकिन अगर उनको इंजेक्वशन लगाने का अनुभव है तो वह लगा सकते हैं।

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