MBA करने के फायदे?, जाने ये 5 जरूरी बाते

MBA का फुल फॉर्म Master of Business Administration (मास्टर ऑफ़ बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन) होता है। इसे हिंदी में व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर भी कहते हैं। यह बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री होती है जो बैचलर डिग्री के बाद की जाती है।

यह एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त स्नातकोत्तर कार्यक्रम है जो अपने छात्रों को व्यवसाय और प्रबंधन में करियर बनाने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करता है।

MBA का उद्देश्य

नेशनल यूनिवर्सिटी के बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री का उद्देश्य छात्रों को कक्षा में प्राप्त ज्ञान और कौशल का व्यावहारिक अनुप्रयोग खोजने में मदद करना है। कोरोना के अनुसार, नेशनल यूनिवर्सिटी में 90 प्रतिशत एमबीए प्रशिक्षक अपने-अपने क्षेत्रों में पेशेवर हैं, जो छात्रों को उद्योग से सीधा संपर्क प्रदान करता है।
कई छात्र एमबीए करना इसलिए चुनते हैं क्योंकि उन्हें अपनी मौजूदा नौकरी में अतिरिक्त कौशल या ज्ञान की आवश्यकता होती है, वे अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, या वे प्रबंधन या नेतृत्व की स्थिति में आगे बढ़ना चाहते हैं।

MBA करने के फायदे

एमबीए एक पेशेवर के रूप में आपकी बाजार क्षमता को बढ़ा सकता है और नौकरी के अवसरों की गुणवत्ता और मात्रा में वृद्धि कर सकता है। व्हार्टन एमबीए स्नातकों में से 98% से अधिक को पूर्णकालिक नौकरी के प्रस्ताव दिए जाते हैं। एमबीए आपको व्यावसायिक नेतृत्व कौशल के साथ-साथ एक पेशेवर नेटवर्क बनाने में भी मदद करता है।

मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन या एमबीए डिग्री नेतृत्व और प्रबंधकीय कौशल पर ध्यान केंद्रित करने वाली स्नातक स्तर की व्यवसाय और प्रबंधन डिग्री है। इस डिग्री को अर्जित करके, आप अपने करियर को गति देने, नए उद्योगों में जाने या यहां तक कि अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए खुद को कौशल और ज्ञान से लैस कर सकते हैं।

1) बेहतर करियर अवसर:

यह कोर्स को करने के बाद छात्रों के लिए अलग अलग प्रकार के करियर के अवसर खुल जाते हैं।

2) नेटवर्किंग:

इस कोर्स के छात्रों को अलग अलग उद्योगों और क्षेत्रों के पेशेवरों से मिलने और उनसे अच्छे संबंध बनाने का मौका मिलता है।

3) ज्यादा सैलरी:

इस कोर्स के छात्रों को एक अच्छी सैलरी की उम्मीद होती है।

एमबीए करने से नुकसान

ऑनलाइन एमबीए कोर्स के प्रमुख नुकसानों में से एक है प्रौद्योगिकी लागत कारक। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि ऑनलाइन कोर्स के लिए ट्यूशन फीस, कुछ मामलों में, ऑफ़लाइन कोर्स की तुलना में कम है।

एमबीए के प्रमुख संस्थान

1) IIMS:

इसका फुल फॉर्म Indian Institute of Management होता है।

2) FMS Delhi:

इसका फुल फॉर्म Faculty of Management Studies होता है।

3) ISB Hyderabad:

इसका फुल फॉर्म Indian School of Business होता है।

एमबीए के प्रकार

1) फुल टाइम एमबीए:

इस प्रकार में छात्र पूरे समय कोर्स में व्यस्त रखते हैं। यह कोर्स दो साल का होता है, इसमें छात्र को अधिकतम अनुभव और ज्ञान प्राप्त होता है।

2) पार्ट टाइम एमबीए:

यह कोर्स उन छात्रों के लिए होता है जो काम करते हुए शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। इस कोर्स को पूरा करने अधिक समय लग सकता है।

3) ऑनलाइन एमबीए:

यह कोर्स उन छात्रों के लिए है जो समय या जगह की सीमाओं के कारण कक्षा में नहीं जा सकते हैं। इसमें छात्र ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा को प्राप्त करते हैं।

4) एग्जीक्यूटिव एमबीए:

यह कोर्स उन छात्रों के लिए है जो पहले से कम के रहे हैं और वे अपने करियर को बढ़ाना चाहते हैं।

एमबीए में प्रवेश

1) CAT:

इसका फुल फॉर्म Common Admission Test होता है। यह भारत के प्रमुख बी – स्कूलों में प्रवेश के लिए आम परीक्षा है।

2) GMAT:

इसका फुल फॉर्म Graduate Management Admission Test होता है। जो छात्र विदेश जाकर एमबीए करना चाहते है उनको यह टेस्ट देना होगा।

3) CMAT:

इसका फुल फॉर्म Common Management Admission Test होता है। जो छात्र भारत में ही एमबीए करना चाहते है उनको पहले यह टेस्ट को पास करना पड़ेगा।

4) XAT:

इसका फुल फॉर्म Xavier Aptitude Test होता है। यह प्रवेश परीक्षा भारतीय बी स्कूलों में आयोजित के लिए कराई जाती है।

एमबीए का महत्व

एमबीए के लाभ एमबीए प्रोग्राम पूरा करने से सीखने, सुधारने और कौशल लागू करने की प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है जो किसी कंपनी को सफल होने में मदद कर सकती है। इसके अतिरिक्त, एमबीए वाले पेशेवरों को अपनी मार्केटेबिलिटी के साथ-साथ विभिन्न प्रयासों में वे जो जानकारी ला सकते हैं, उसमें अधिक आत्मविश्वास महसूस होता है।

निष्कर्ष

एमबीए एक पेशेवर के रूप में आपकी बाजार क्षमता को बढ़ा सकता है और नौकरी के अवसरों की गुणवत्ता और मात्रा में वृद्धि कर सकता है। व्हार्टन एमबीए स्नातकों में से 98% से अधिक को पूर्णकालिक नौकरी के प्रस्ताव दिए जाते हैं। एमबीए आपको व्यावसायिक नेतृत्व कौशल के साथ-साथ एक पेशेवर नेटवर्क बनाने में भी मदद करता है।

FAQ

Q. MBA के बाद सबसे अच्छा कोर्स कौन सा है?
A.MBA करने के बाद छात्रों के लिए चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट (सीएफए) प्रोग्राम सबसे अच्छा विकल्प है। यह 2 से 4 साल का कोर्स है।

Q.MBA में कौन सा क्षेत्र सबसे अच्छा है?
A. भारत में प्रबंधन संस्थानों द्वारा 30 से अधिक एमबीए विशेषताएं प्रदान की जा रही हैं। भारत में प्रबंधन संस्थानों द्वारा 30 से अधिक एमबीए विशेषताएं प्रदान की जा रही हैं। भारत में आप वित्त, अंतर्राष्ट्रीय प्रबंधन, मानव संसाधन, आईटी/सिस्टम और संचालन प्रबंधन की सबसे अधिक मांग है।

Q.MBA के बाद कौन सी नौकरी मिल सकती है?
A.एमबीए करने के बाद छात्रों को बैंकों, बीमा कंपनियों, सुरक्षा फर्मों और विभिन्न वित्तीय संगठनों में नौकरी मिल सकती है। इस कोर्स एको करने के बाद छात्र सरकारी नौकरी की भी तैयारी एक सकते हैं। छात्र चाहे तो अपना कोई इंडिपेंडेंट बिजनेस भी कर सकते हैं।

Q.क्या भविष्य में एमबीए की डिमांड रहेगी?
A. MBA छात्रों की दुनिया भर के देशों में मांग है क्योंकि सभी प्रकार के व्यवसाय में एक MBA छात्र की जरूरत पड़ती ही है जो कि व्यवसाय का सारा हिसाब समझ सके।

Q. MBA में कितने सब्जेक्ट लेने पड़ते हैं?
A. एमबीए में मुख्य तौर पर 4 विषयों में महारथ हासिल करनी पड़ती है।

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